राम प्रकाश तिवारी, भोजपुरी समय, अमहीं मिश्र, गोपालगंजः भोजपुरिया समाज गीत-गवनई के दीवाना ह। गीत- गवनई ना होखे त कवनो भोजपुरिया कार्यक्रम निरस लागेला। कुछ एही तरे के भाव देखेके मिलल भोजपुरी खातिर समर्पित संस्था जय भोजपुरी-जय भोजपुरिया के तीसरका सालाना महोत्यव में। अइसे त ई महोत्सव दू भाग में आयोजित रहे। जहां पहिला सत्र में कवि सम्मेलन के आयोजन रहे जवना में सुधि श्रोतागण काव्यरस के सागर में जम के डूबलें आ उतरइलें। ऊंहई दूसरका सत्र में कार्यक्रम के आउर सरस बनावे खातिर दूर- दूर से आइल आ क्षेत्रीय भोजपुरी गवइया लोग आपन जोरदार प्रस्तुति दिहल। गणमान्य अतिथि का साथे संस्था के अध्यक्ष सतीश कुमार त्रिपाठी आ उपाध्यक्ष सुभाष पाण्डेय फीता काटि के कार्यक्रम के शुरुआत करवलें।
लोकगाथा गायिका तिस्ता शाण्डिल्य के स्मृति में दिआइल तिस्ता सम्मान
भोजपुरिया बधार के वरिष्ठतम लोकगायक सार के रिविलगंज के रहेवाला उदयनारायण सिंह के सुपुत्री लोकगाथा गायिका तिस्ता शाण्डिल्य के स्मृति में दिआएवाला तिस्ता सम्मान अबकिर ग्राम अनाइथ, नवादा, आरा के युवा गायिका सुश्री रजनी शाक्या के उदयनारायण सिंह प्रदान कइनीं आ प्रशस्तिपत्र के वाचन कइनीं। एह अवसर पर कार्यक्रम स्थल पर बनल पांडाल ताली के आवाज से गूँजि गइल। एकरा बाद मंच पर उपस्थित सब कलाकार के अंगवस्त्र आ माल्यार्पण क के स्वागत कइल गइल। जवना का बाद विनोद गुप्ता के सरस्वती बंदना से कार्यक्रम के शुरुआत भइल। एक बार जब गायिकी के शुरुआत भइल त मंच से एक से बढ़ के एक भोजपुरी गीतन के प्रस्तुति के श्रोता सब रातभर आनन्द लिहल।एह दौरान गीत- गवनई प्रस्तुत करेवाला कलाकारन में प्रमुखता से शामिल रहलें
1-विनोद गुप्ता, गोपालगंज
2-नीरज पाण्डेय, आरा
3- रजनी शाक्या, आरा
4- उदयनारायण सिंह, सारण
5- श्रेयांश मिश्र, कुशीनगर
6- प्रीति कुशवाहा, कुशीनगर
7- मोहन मिश्र, गोपालगंज
8- प्रिंस उपाध्याय, गोपालगंज
9- राहुल शर्मा, गोपालगंज
10- विनोद गिरि, दिल्ली
11- राधेश्याम रजक
12-संगीतकार- राजन द्विवेदी, कुशीनगर
बहुत निमन कार्यक्रम भइल