भोजपुरी समय, राम प्रकाश तिवारी, गाजियाबादः भोजपुरी के संविधान के आठवां अनुसूची में स्थान दियावे खातिर आंदोलनरत भोजपुरीया समाज खातिर एगो सुखद खबर बा। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान भोजपुरी के दूगो वरिष्ठ महिला साहित्यकारन के अबकी बरिस सम्मानित करे के घोषणक कइले बा। संस्थान से मिलल सूचना के मोताबिक अबकी भोजपुरी से डॉ. प्रेमशीला शुक्ल आ डॉ. सुमन सिंह के क्रमशः राहुल सांकृत्यायन सम्मान आ भिखआरी ठाकुर सम्मान से सम्मानित करे के निरणय कइले बा।
डॉ. प्रेमशीला शुक्ल के उनकरा कहानी संग्रह “जाए के बेरिया” खातिर राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार दिहल जाई। एह पुरस्कार में सम्मान पत्र आ 75000/-रुपिया से सम्मानित कइल जाई। ओहिजा डॉ. सुमन सिंह के हूक-हुंकारी नामक कहानी संग्रह खातिर भिखारी ठाकुर सम्मान जवना में सम्मान पत्र के संगे 40000/-रुपिया दिहल जाई से सम्मानित कइल जाई।
एह बारे में भोजपुरी समय जब भोजपुरी के कुछ गणमान्य आ वरिष्ठ साहित्यकार लोगन से बात कइलस त भोजपुरी साहित्य सरिता के संपादक जे.पी.द्विवेदी बतवनी की डॉ. सुमन सिंह वर्तमान में भोजपुरी साहित्य सरिता के कार्यकारी संपादक बानी ओहिजा डॉ. प्रेमशीला शुक्ल भोजपुरी साहित्य सरिता के एगो अंक के अतिथि संपादक रह चुकल बाड़ी। ऊहां के आगे बतवनी की भोजपुरी के क्षेत्र में हो रहल प्रयासन के सुफल गते-गते अब भोजपुरिया समाज के लोग के मिल रहल बा। दूनो महिला साहित्यकार लोग के ई सम्मान मिलल भोजपुरी समाज आ बधार खातिर एगो बहुत बड़हन उपलब्धि बा।
भोजपुरी समय दूनो महिला साहित्यकार लोग के एह उपलब्धि खातिर अनघा बधाई आ सुकामना दे रहल बा।